मास्को। रूस की एक अदालत ने भारतीयों के पक्ष में अपना फैसला सुनाते हुए उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें भगवद् गीता के अनुवादित संस्करण पर रोक लगाने की बात कही गई थी। इस फैसले से वहां रह रहे भारतीय काफी खुश नजर आए।
कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि संस्करण पर रोक लगाने के लिए रखा गया पक्ष सही नहीं है।
गौरतलब है कि भगवद् गीता पर उभरे विवाद में एक के बाद एक अदालती फैसले भारतीयों के पक्ष में आए हैं। इससे पहले रूस के राजनीतिज्ञों ने भी भारतीयों का पक्ष लेते हुए कहा था कि भगवद गीता एक धार्मिक ग्रंथ है न कि कुछ और।
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