गुरुवार, 11 सितंबर 2008

एक अदद स्पिनर तलाशती आस्‍ट्रेलिया की टीम

ऑस्‍ट्रेलिया और भारत के बीच होने वाली टेस्‍ट सीरीज से पहले आस्‍ट्रेलिया को अपने लिये एक अदद स्पिनर की तलाश है। शेनवार्न के टेस्‍ट को को बॉय- बॉय करने के बाद से ही ऑस्‍ट्रेलिया अपने लिये स्पिनरों की तलाश कर रही है।


कमल कान्‍त

कितने ही मैचों में ऑस्‍ट्रेलिया को अपने दम पर जिताने वाले शेन वार्न ने टेस्‍ट मैचों को अलविदा क्‍या कहा, ऑस्‍ट्रेलिया के लिए स्पिन गेंदबाजों की कमी बहुत बड़ी समस्‍या बन गई। ऑस्‍ट्रेलिया अगले महीने भारत में‍ टेस्‍ट सीरीज खेलने आ रही है। ऐसे में टीम के पास किसी अनुभवी स्पिन गेंदबाज का ना होना दुखदायी साबित हो सकता है।

ऑस्‍ट्रेलिया को कई मैच जिताने वाले दिग्‍गज स्पिनर शेन वार्न ने दुनिया भर में राज किया है। टेस्‍ट मैच में शेन वार्न के खाते में 708 विकेट हैं। शेन वार्न के आगे बडे बडे खिलाडियों ने घुटने टेके हैं। मगर भारत के खिलाफ वॉर्न की फिरकी भी अपना कमाल नहीं दिखा पाई। वॉर्न के अलावा स्‍टुअर्ट मैक्गिल का नाम भी लिया जा सकता है। अपने करियर में 208 विकेट लेने वाले मैक्गिल हमेशा वॉर्न के साए में ही रहे। हालांकि वार्न के संन्‍यास लेने के बाद ऑस्‍ट्रेलियन टीम को मैक्गिल से काफी उम्‍मीदें थीं, लेकिन उन्‍होंने भी अचानक संन्‍यास लेकर क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया को मुश्किल में डाल दिया। ब्रैड हॉग ऑस्‍ट्रेलिया के लिए अगली उम्‍मीद की किरण हो सकते थे, लेकिन बढती उम्र के मद्देनजर उन्‍होंने भी क्रिकेट को अलविदा कहने में ही अपनी भलाई समझी।

भारत के संदर्भ में यदि देखा जाए तो यहां की पिचों पर वार्न भी विकटों के लिये जद्दोजहद करते नजर आए। साल 2000 में कोलकाता में खेले गए उस यादगार टेस्‍ट को भुला पाना किसी भी भारतीय के लिए संभव नहीं है जब वीवीएस लक्ष्‍मण और राहुल द्रविड़ ने वॉर्न की फिरकी का ऐसा जवाब दिया कि वॉर्न असहाय से दिखने लगे।

भारतीय बल्‍लेबाजों के खिलाफ किसी भी स्पिनर के लिए गेंदबाजी करना इतना आसान नहीं होता, लेकिन हर टीम भारत दौरे के लिए अपनी टीम में एक-दो स्पिन गेंदबाज को शामिल करना जरूरी समझती है। स्पिन के लिए मददगार पिचों पर यह लाजिमी भी है। इसी के मद्देनजर ऑस्‍ट्रेलिया आगामी सीरीज में बेहतर स्पिनर की तलाश में है। लेकिन वर्तमान में हालत यह है कि उनके पास ऐसा कोई स्पिन गेंदबाज नहीं है, जो वार्न और मैक्गिल के रिक्‍त स्‍थानों की भरपाई कर सके।

मौजूदा टीम में शुमार माईकल क्‍लार्क की बात की जाए तो उन्‍होंने अभी तक अपने करियर के 35 टेस्‍ट में सिर्फ 16 विकेट ली हैं मगर भारत के खिलाफ उनका प्रदर्शन चौंकाने वाला रहा है। पिछले ऑस्‍ट्रेलियाई दौरे पर खेला गया सिडनी मैच इसका ताजा उदारहरण है। यहां पर भारत क्‍लार्क की बदौलत जीता हुआ मैच गंवा बैठा था। लेकिन भारत दौरे के लिए ऑस्‍ट्रेलिया क्‍लार्क जैसे पार्ट-टाइम स्पिनर पर भरोसा नहीं कर सकता। एक बेहतर स्पिनर की तलाश में ही क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया ने अपनी ए टीम में तीन स्पिन गेंदबाजों को भारत भेजा है। इन्‍हीं खिलाडि़यों पर आस्‍ट्रेलिया की सारी उम्‍मीदें टिकी हैं। उम्‍मीद है कि ऑस्‍ट्रेलिया इनमें से ही किसी गेंदबाज को भारत के खिलाफ टेस्‍ट टीम में शामिल कर सकता है। अनुभव के मामले में फिसड्डी होने के बावजूद रिकी पोंटिंग को यह भरोसा है कि ये गेंदबाज उनकी टीम की जीत में प्रभावी भूमिका निभाएंगे।

हाल के भारत ए के खिलाफ हुए मैच में अकेले मैकगान की यदि बात की जाए तो आस्‍ट्रेलिया को उनसे काफी उम्‍मीद हैं। 36 साल के इस स्पिन गेंदबाज को टेस्‍ट सीरिज में भारत के खिलाफ उतारने की चर्चा जोर शोर से चल रही है। मगर देखने वाली बात यह है कि जहां पर फिरकी के बादशाह शेनवार्न कुछ खास नहीं कर पाए वहां मैकगान क्‍या कर पाएंगे।

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